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अगर रिटायरमेंट के बाद भी जीनी है सुखद जिंदगी, तो इन तरीकों को अपनाएं

@malewarmutualfund

अपने भविष्य को संवारने के लिए हम कड़ी मेहनत तो करते हैं लेकिन महंगाई के इस दौर में अपने सभी सपने पूरे नहीं कर पाते। इसलिए अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए रिटायरमेंट के बाद लोग पेंशन की सुविधा लेते हैं। इसके लिए हम फाइनेंशियल प्लानिंग भी काफी करते हैं।

लेकिन एक जगह पर हम अकसर चूक जाते हैं और वो है बचत। हम अपने भविष्य के लिए सोचते तो बहुत हैं लेकिन बचत नहीं कर पाते। बचत कर भविष्य के लिए हम एक ऐसी पूंजी तैयार कर सकते हैं, जिसकी मदद से हम रिटायरमेंट के बाद अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं। अपना घर खरीदना, बच्चों की उच्च शिक्षा और उनकी शादी हमारे लिए जितनी जरूरी है, उतनी ही जरूरी है बचत। इसके लिए हमें अच्छी फाइनेंशियल प्लानिंग करनी चाहिए।

आज हम आपको कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं, जिनकी मदद से आप रिटायरमेंट के बाद भी सुखद जीवन व्यतीत कर सकेंगे। खुद के लिए रिटायरमेंट पूंजी तैयार करने के लिए नीचे लिखे टिप्स आपके बेहद काम आ सकते हैं।
फाइनेंशियल प्लानिंग करते समय इन बातों का रखें ध्यान
फाइनेंशियल प्लानिंग करते समय हमें कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए। हम भविष्य में होने वाले खर्चों की गणना तो करते हैं लेकिन उसमें महंगाई को जोड़ना भूल जाते हैं। इसकी वजह से आपका बजट भी बिगड़ जाता है। जिन खर्चों का अनुमान हम वर्तमान में लगाते हैं, भविष्य में वही हमें महंगी मिलती है। इसलिए फाइनेंशियल प्लानिंग के समय महंगाई को जोड़ना अत्यंत आवश्यक है। उदाहरण के लिए अगर आपका मासिक खर्च 50,000 रुपये प्रति माह है और अगर वार्षिक दर से महंगाई लगातार छह फीसदी बढ़ रही है, तो इसका मतलब होगा कि आपको 20 साल बाद हर महीने 1.6 लाख रुपये खर्च करने होंगे। ऐसे में आपको ऐसी योजना तैयार करनी होगी जिससे आप मोटा पैसा जुटा सकें।
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इमरजेंसी फंड का करें इंतजाम
इसके अतिरिक्त आपको यह भी ध्यान रखना चाहिए कि किसी इमरजेंसी में खर्च के लिए आपके पास अतिरिक्त राशि की व्यवस्था भी रहे। इमरजेंसी अगर सेहत को लेकर हो, तो आपको और भी ज्यादा ध्यान देना होगा। भविष्य में अगर किसी कारण आपकी सेहत बहुत बिगड़ जाती है, तो इसके लिए आपके पास फंड का होना बेहद आवश्यक है।

रिटायरमेंट के लिए आपके पास इतना धन होना चाहिए जो आपकी दैनिक घरेलू जरूरतों के साथ बुढ़ापे में होने वाली बीमारियों के इलाज का खर्च भी उठा सके। इसके लिए आपको पहले से ही निवेश शुरू करना होगा और रिटायरमेंट का इंतजार नहीं करना चाहिए। रिटायरमेंट के समय इतनी बड़ी राशि एकत्रित करना आसान नहीं है। वर्तमान में आप जो भी निर्णय लेंगे, उससे आपकी संपूर्ण जीवनशैली प्रभावित होगी।
सैलरी का 80 फीसदी ही करें खर्च
फाइनेंशियल प्लानर्स की मानें तो किसी भी व्यक्ति को अपनी सैलरी का 80 फीसदी ही खर्च करना चाहिए। फेस्टिव सीजन के दौरान अगर किसी ने ज्यादा शॉपिंग की है और घर का बजट गड़बड़ा गया है तो घबराने की बात नहीं हैं। जो पैसा आपने सेविंग के लिए जमा किया हुआ है, उसको आप एक लिमिट में निकालकर अपने खर्च को बिगड़ने से बचा सकते हैं। रिटायरमेंट के बाद के लिए आपको ज्यादा से ज्यादा पैसे जोड़ने चाहिए।
म्यूचुअल फंड
पीपीएफ और फिक्स डिपॉजिट और इनके फायदों के बारे में तो सबको पता है। मौजूदा समय में इनकी ब्याज दरें लगातार घटती जा रही हैं। ऐसे में हम आपको निवेश के एक और विकल्प के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। हम बात कर रहे हैं म्यूचुअल फंड की। आज म्यूचुअल फंड्स ने ऐसे कई रास्ते खोले हैं जिससे हम वो हर सपने पूरा कर सकते हैं जिन्हें हमने हमेशा से ही पूरा करना चाहा था। इन्हीं रास्तों में से एक है एसआईपी।

अपने सपनों को पूरा करने का सबसे आसान तरीका है दीर्घकालीन और नियमित निवेश। म्यूचुअल फंड्स द्वारा प्रस्तावित SIP या सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान नियमित रूप से निवेश करने का एक सुलभ और भरोसेमंद तरीका है, जिसके तहत आप 500 रुपये प्रतिमाह से भी निवेश कर सकते हैं। मतलब अपने मासिक खर्च पर बिना किसी अतिरिक्त बोझ के अपने सपनों को पूरा कर सकते है। निवेश की राशि भले ही छोटी हो पर SIP लंबे समय में धीरे-धीरे धन संचयित करने की आसान व्यवस्था है।

म्यूचुअल फंड्स SIP निवेश से आप चक्रवृद्धिता का भी लाभ उठा सकते हैं, अर्थात पहले महीने का आपका मुनाफा आपके अगले महीने के मूलधन में जुड़ जाता है जिससे आपका निवेश बढ़ता जाता है और आपका फायदा भी। जितने ज्यादा समय तक आप SIP में निवेश करेंगे, उतना ही ज्यादा फायदा आपको मिल सकता है। इसलिए लंबे समय तक SIP के जरिये निवेश करने से आपको धन संचय करने में मदद मिलती है।

एसआईपी शुरू करने के लिए सही समय का इंतजार नहीं करना होता, जितना जल्दी शुरू करेंगे उतना फायदा होने की संभावना होती है। जितने बड़े सपने उतनी अवधि का निवेश। तो बस सपने देखते रहिए और निवेश करते रहिए। यह आपके निवेश पर अधिक रिटर्न प्रदान कर सकते हैं। यहीं कारण हैं जिनकी वजह से म्यूचुअल फंड रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए एक अच्छा विकल्प माना जाता है।

@Team-MMFS

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Mutual Fund : दररोज 500 रुपये बचत करा आणि मिळवा करोडोंचा फंड, अशी करा गुंतवणूक

एसआयपीमध्ये गुंतवणूकीद्वारे आपण कमी गुंतवणूक करूनही दीर्घ कालावधीत कोट्यवधी रुपयांचा निधी जमा करू शकता. याद्वारे, आपल्याला सेवानिवृत्तीनंतर अडचणींचा सामना करावा लागणार नाही. (Invest Rs 500 per day and get a multi-crore fund on retirement)

Mutual Fund : दररोज 500 रुपये बचत करा आणि मिळवा करोडोंचा फंड, अशी करा गुंतवणूक

दररोज 500 रुपये बचत करा आणि मिळवा करोडोंचा फंड

नवी दिल्ली : सेवानिवृत्तीनंतर येणाऱ्या पैशाच्या अडचणींवर मात करण्यासाठी आधीच चांगली गुंतवणूक करणे फार महत्वाचे आहे. म्हणूनच योग्य योजनेत पैसे गुंतवणे महत्वाचे आहे. कोरोना कालावधीपासून एफडीसह इतर बचत योजनांमध्ये व्याज दर कमी करण्यात आले आहेत. अशा परिस्थितीत सिस्टीमॅटिक इन्व्हेस्टमेंट प्लॅन अर्थात एसआयपीद्वारे म्युच्युअल फंडामध्ये गुंतवणूक करणे चांगले परतावा मिळविण्यासाठी फायदेशीर ठरु शकते. हे इतर योजनांच्या तुलनेत जास्त उत्पन्न देते. यात चक्रवाढ व्याजामुळे अधिक फायदा होतो. एसआयपीमध्ये गुंतवणूकीद्वारे आपण कमी गुंतवणूक करूनही दीर्घ कालावधीत कोट्यवधी रुपयांचा निधी जमा करू शकता. याद्वारे, आपल्याला सेवानिवृत्तीनंतर अडचणींचा सामना करावा लागणार नाही. याद्वारे आपण आपल्या मुलांच्या गरजा देखील पूर्ण करू शकाल.

गुंतवणूक कधी करावी

आपले वय 25 वर्षे असल्यास आपण सेवानिवृत्ती निधी जमा करण्यासाठी एसआयपीमध्ये गुंतवणूक करू शकता. कोट्यवधींचा निधी गोळा करण्यासाठी तुम्हाला सुमारे 35 वर्षांचा दीर्घकालीन एसआयपी घ्यावा लागेल. दीर्घकालीन एसआयपीवर तुम्हाला सुमारे 12 ते 16 टक्के व्याज मिळू शकते. यामध्ये थोडीशी रक्कम जमा करूनही तुम्ही दरवर्षी आपल्या एसआयपीची रक्कम 10% वाढवू शकता, यामुळे कंपाऊंडिंगचा फायदा देखील होईल.

स्टेपअपसह करोडो कमवा

जर आपण 25 वर्षांचे आहात आणि आपण दररोज 500 रुपये अर्थात महिन्यात 15,000 रुपये गुंतवत असाल तर आपण वार्षिक टप्प्याने 10 टक्क्यांसह 11 टक्के वार्षिक परतावा घेऊन 20.83 कोटी रुपयांचा निधी जमा करू शकता. स्टेप-अप एसआयपी अंतर्गत आपण सुरुवातीला थोड्या प्रमाणात गुंतवणूक करू शकता. ज्यानंतर आपण दर वर्षी त्यात काही निश्चित रक्कम वाढवू शकता. उत्पन्न वाढल्यामुळे स्टेप-अप एसआयपी गुंतवणूकदारास एसआयपीची रक्कम वाढविण्याचा पर्याय देते. समजा तुम्ही दरमहा एसआयपीमध्ये 10,000 रुपये गुंतवले आणि आपल्याला दरमहा 1000 रुपयांनी वाढ करायची आहे, तर आपण टॉप-अप सुविधा वापरू शकता म्हणजे प्रत्येक आर्थिक वर्षाच्या शेवटी किंवा प्रत्येक अर्ध्या वर्षाच्या शेवटी स्टेपअपचा वापर करु शकता.

@Shrikant Malewar

MD&CEO, Malewar Mutual Fund Services

Source credit : Tv9marathi

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